@ पत्नी की शिकायत पर हुई थी जांच, पुलिस की छवि पर लग रहे लगातार दाग
@ पुलिस अधिकारियों के सामने पुलिस की छवि सुधारने बड़ी चुनौती
संतोष श्रीवास पत्रकार मो 9098156126
बिलासपुर। केंद्रीय जेल अंबिकापुर में पदस्थ चार जेल प्रहरी को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। जेल प्रहरी नीलेश केरकेट्टा, लोकेश टोप्पो, ललाई राम एवं चंद्रप्रकाश पर कैदी से उगाही के आरोपों की पुष्टि होने के बाद नौकरी से बर्खास्तगी की कारवाई की गई है। इस कारवाई से जेल कर्मचारियों में खलबली मच गई है। अब प्रश्न उठता है कि क्या प्रदेश के सभी जेल में इस तरह कारवाई की जाएगी। क्या बिना शिकायत के भी कारवाई होगी। भविष्य में कोई कैदी पर अत्याचार ना हो पुलिस महकमा कोई ठोस कदम उठाएगी। अंबिकापुर केंदीय जेल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है जब एक साथ चार जेल प्रहरियों की सेवाएं गंभीर कदाचरण के कारण समाप्त कर दी गई है।

ऑनलाइन दिए थे पैसे
कैदी मुकेश कांत की पत्नी ने अंबिकापुर केंद्रीय जेल के प्रहरियों पर अवैध उगाही का आरोप लगाया था। महिला ने रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे। महिला ने आरोप लगाया था कि अंबिकापुर जेल में उसके पति के साथ मारपीट की जाती थी। उन्होंने अपने पति को बिलासपुर जेल में शिफ्ट करने की मांग भी की थी।
