बिलासपुर। छत्तीसगढ़ टीचर एसोसिएशन के बिल्हा ब्लॉक अध्यक्ष साधेलाल पटेल शिक्षक है और संकुल समन्वयक के रूप में पदस्थ रहे है, उसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए चिकित्सा प्रतिपूर्ति देयकों में बड़ी हेरा फेरी और कूट रचना की है। शिकायतों की जांच के दौरान चौंकाने वाले मामला आमने आया है। साधे लाल पटेल ने नरेंद्र कुमार चौधरी सहायक शिक्षक बीजोर की मृत्यु के एक वर्ष बाद उनके नाम से 5 लाख 33 हजार 123 रुपए का मेडिकल देयक प्रस्तुत किया। जांच में पाया गया की मूल चिकित्सा प्रतिपूर्ति देयकों की राशि 33123 थी जिसमें छेड़छाड़ कर उन्होंने 5,33,123 कर दिया गया। उसने अपने नाम से 7,73,564 रुपए का देयक प्रस्तुत किया जबकि मेडिकल स्टोर का देयक केवल 77 हजार रुपए था।

कूट रचित दस्तावेज तैयार कर किया फर्जीवाड़ा
साधेलाल पटेल ने अपनी पत्नी राजकुमारी पटेल के नाम पर चार लाख 3 हजार 327 और 7 लाख 32हजार 841 रुपए के दो फर्जी बिल प्रस्तुत किया जबकि मूल मेडिकल रसीद क्रमशः 47हजार एवं 33 हजार की थी।
उमाशंकर चौधरी के नाम से 542535 का बिल प्रस्तुत किया था जबकि मूल देयक मात्र 143000 का था जांच में यह भी पता चला कि उसने आहरित चिकित्सा द्वायको की राशि में भी कूट रचना कर लाखों की राशि दोबारा निकली है।

निलंबन और fir का आदेश
संयुक्त संचालक में साधेलाल पटेल के इस कृत्य को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम तीन एवं 16 के विपरीत गंभीर कदाचार मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय कार्यालय विकासखंड शिक्षा अधिकारी तखतपुर होगा।
