संतोष श्रीवास (श्रीन्यूज36गढ़)। 9098156126
बिलासपुर। जीवन दायिनी कुआं अब उपयोग नहीं होने के कारण सी “मौत का कुआं” बनते जा रहा है। सीपत के पास स्थित ऊनी गांव में मरे हुए मेढ़क को निकालने के चक्कर में दो भाईयों की मौत के कुछ दिन बाद बेलगहना के समीप गांव में जिंदा मुर्गी को निकालने के चक्कर में चाचा-भतीजे की मौत हो गई थी। वहीं मुंगेली के पास स्थित खेढ़ा गांव में सफाई के लिए उतरे ग्रामीण की मौत हो गई जिसे बचाने पहुंचा उसका चाचा भी जहरीली गैस के रिसाव के कारण उसकी भी मौत हो गई।
