बेटे-बहू को डिप्टी कलेक्टर बनाने के लिए हुआ था लेन-देन
सात दिन के रिमांड पर सोनवाणी व गोयल
रायपुर। राज्य सिविल सेवा भर्ती परीक्षा 2021 में हुई भर्ती घोटाले मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सीबीआई ने पूर्व अध्यक्ष टामन सोनवानी और बजरंग पावर के डायरेक्टर श्रवण कुमार गोयल को कोर्ट में पेश किया। सीबीआई ने 12 दिन की रिमांड मांगी थी, कोर्ट ने सात दिन का मंजूर किया है।
आरोप है कि गोयल ने अपने बेटे शशांक और बहू भूमिका कटियार को नौकरी दिलाने के लिए सोनवानी के करीबी के एनजीओ को सीएसआर फंड से 45 लाख रुपये भुगतान किए थे, जिस एनजीओ में पैसे डाले गए उसकी चेयरमैन टामन सोनवानी की पत्नी है। परीक्षा में गोयल के बेटे और बहू को क्रमश: तीसरा व चौथा स्थान मिला था। दोनों डिप्टी कलेक्टर बने थे।
मोदी की चुनावी गारंटी हो रहा पूरा : सीएम विष्णु देव साय
सीजीपीएससी घोटाले में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पूर्व अध्यक्ष सोनवानी गिरफ्तार किए जा चुके है। कोई भी दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी के चलते जनता ने हमें सरकार में बिठाया है। मोदी जी ने चुनाव प्रचार के दौरान ही वादा किया था कि सरकारी बनी तो हम घोटाले की जांच सीबीआई से कराएंगे।
टामन के बाद सदस्य व अफसर पर कसा जाएगा शिकंजा
भाजपा नेता व पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर की तरफ से हाईकोर्ट में दायर याचिका के आधार पर सीबीआई की जाच चल रही है। जांच के दायरे में सीजीपीएससी के अन्य अधिकारी भी है। इनमें पूर्व सचिव जीवन किशोर ध्रुव, परीक्षा नियंत्रक आरती वासनिक, सहायक परीक्षा नियंत्रक ललित गनबीर व अन्य अधिकारी भी है।