शक्तिपीठ परियोजना के लिए बीजेपी सरकार ने 5 करोड़ का प्रावधान किया है
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को किया स्वीकृत
रायपुर: केंद्र सरकार ने पर्यटन के क्षेत्र में प्रदेश को बड़ी सौगात दी है। प्रदेश में उत्तराखंड की चारधाम परियोजना की तर्ज पर पांच शक्तिपीठों रतनपुर में महामाया, चंद्रपुर में चंद्रहासनी, डोंगरगढ़ में बम्लेश्वरी, दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी मंदिर और सूरजपुर स्थित कुदरगढ़ मंदिर को विकसित करके एक-दूसरे से जोड़ा जाएगा। सरकार के इस प्रस्ताव – पर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। भाजपा ने विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में शक्तिपीठ परियोजना की घोषणा की थी।
1,000 किमी की होगी शक्तिपीठ परियोजना, शक्तिपीठ के अलावा मैनपाट सहित कई जगह होंगे विकसित
सरकार गठन के बाद बजट में – शक्तिपीठ परियोजना के लिए पांच करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में शामिल 1,000 किमी लंबी शक्तिपीठ परियोजना का पूरा प्रस्ताव, विस्तृत, परियोजना रिपोर्ट, कार्यों की वर्तमान स्थिति और प्रगति रिपोर्ट मांगी है। केंद्र सरकार की ओर से डोंगरगढ़ स्थित बमलेश्वरी माता मंदिर को पहले ही 48.44 करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। सूरजपुर स्थित कुदरगढ़ मंदिर और जशपुर, कमलेशपुर, सरोधादादर, कुनकुरी, मैनपाट, महेशपुर, कुरदार, गंगरेल, कोंडागांव, नथियानवागांव, जगदलपुर चित्रकोट,
तीरथगढ़ के विकास के लिए 96.10 करोड़ रुपये स्वीकृति मिली है। स्वदेश दर्शन 2.0 के तहत दो अन्य गंतव्यों को चिन्हित किया गया है। इसके लिए पीडीएमसी की चयन प्रक्रिया जारी है। प्रसाद योजना (तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक संवर्धन अभियान) में राजिम में राजीव लोचन कारिडोर का निर्माण, पुरखौती मुक्तांगन में कन्वेंशन सेंटर निर्माण तथा सिरपुर के बागेश्वरी मंदिर के जीर्णोद्धार होगा।
कहां से कहां तक होगी यात्रा
दंतेवश्वरी माता दंतेवाड़ा
बम्लेश्वरी माता डोगरगढ़
महामाया माता बिलासपुर
चंद्रहासिनी माता, रायगढ़
कुदरगढ़ी माता सूरजपुर