सीएम चुनाव प्रचार में मस्त, प्रदेश में भीषण गर्मी, पारा 47 के पार, और बढ़ेगा तापमान
संतोष श्रीवास पत्रकार मो 9098156126
बिलासपुर। भीषण गर्मी के नाम पर बिजली विभाग इन दिनों आमजन का जीना दूभर कर दिया है। सूचना न कोई संदेश। जब मन इच्छा तक बिजली गुल कर दे रहे हैं। मेंटेनेंस के नाम पर शहर से लेकर ग्रामीण अंचल में दो से तीन दिन तक अंधेरा किया जा रहा है। नागरिकों में इसे लेकर भारी आक्रोश उपज रहा है। प्रदेश में साय सरकार का नारा साय साय हो रहा काम,,,के बदले लोगों के जुबान पर साय साय बिजली कटौती के व्यंग्य मारे जाने लगे है। लोगों अब यह भी कहने लगे है की जब से बीजेपी सरकार बनी है तब से कटौती में भारी इजाफा हुआ है। इसके पहले कांग्रेस की सरकार में इस तरह की कटौती पूरे पांच साल में नही हुआ है।
मल्हार के धूर्वकारी में ग्रामीण ने मस्तूरी के बिजली ऑफिस में घेराव किया और अपनी भड़ास निकाली। तखतपुर में कांग्रेसियों ने बिजली ऑफिस में जाकर बिजली कटौती को लेकर ज्ञापन सौपा। कमोबेश यही हाल रतनपुर एवं आसपास के गांवों में रहा। प्रतिदिन 20 से 25 बार प्रतिदिन लाइट बंद होना स्वभाविक हो गया है। यही हाल मुंगेली, लोरमी, बिल्हा सहित पूरे प्रदेश में लोग हलाकन हो चुके है। लोग त्राहि माम त्राहि माम कर रहे है। हद तो तब हो गई जब शहर से लगे मंगला में उपभोक्ताओं को लाइन सुचारू कराने में 21 घंटे लग गए।
कलेक्टर हुए नाराज, बिजली विभाग के अफसरों पर बिफरे
कलेक्टर अवनीश शरण ने अघोषित बिजली कटौती से लोगों को हो रही परेशानियों को देखते हुए मंगलवार को जिला कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में अधिकारियों की बैठक लेकर विद्युत विभाग के कामकाज की समीक्षा की उन्होंने बार-बार की बिजली कटौती पर नाराजगी जाहिर करते हुए व्यवस्था में सुधार की हिदायत दी। उन्होंने हमेशा मोबाइल फोन चालू रखकर उनकी समस्याएं सुनने और उनके तत्परता से निदान पर जोर दिया। शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों की विद्युत विभाग के कनिष्ठ अभियंता से लेकर अधीक्षण अभियंता स्तर के अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
मेंटेनेंस के नाम पर हो रहा खेला
जिले में जिस तरह से गर्मी पड़ रही है यह पहली बार नहीं है। इस साल अधिकतम तापमान सामान्य से कम है। फिर भी बिजली विभाग मेंटेनेंस के नाम पर अघोषित कटौती कर रहा है। प्रतिदिन अलग-अलग इलाकों में मेंटेनेंस के नाम पर चार से छह घंटे बिजली बंद रखा जा रहा है। तोरवा, सरकंडा, मंगला, तिफरा, सिरगिट्टी से लेकर देवरीखुर्द में पानी की बड़ी समस्या है। पेयजल की पर्याप्त आपूर्ति नहीं होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी होते हुए भी इन क्षेत्रों में बिना किसी सूचना के रोजाना बिजली बंद की जा रही है। मेटेंनेंस को लेकर चल रहे इस तमाशा को लेकर आम नागरिकों में भारी नाराजगी है। तत्काल इसका निराकरण नहीं हुआ तो बिजली विभाग को नागरिक गुस्सेवाला करंट देंगे।
रोजाना हो रहा नुकसान
बिजली बंद होने से कई दुकानदार और व्यापारियों को रोजाना नुकसान उठाना पड़ रहा है। खासकर छोटे दुकानदार जिनकी दुकान बिलासपुर के सहारे घर चलता है। तारबाहर चौक में इडली-दोसा की दुकान चलाने वाली अम्मा जी कहती हैं कि बिजली बंद होने से दाल पिसाई नहीं हो पा रही है। सांभर वड़ा की बिक्री खत्म हो गई है। इसी तरह शहर के बड़े दुकानदारों का भी यही हाल है।
यह भी प्रमुख समस्या
1. ग्रामीण अंचल के कई गांव में दो से तीन दिन तक बिजली बंद
2. शुभम विहार, मंगला सहित कई इलाकों में लो वोल्टेज की दिक्कत
3. बिजली बंद होने से घरों में पानी की सप्लाई पर भी असर हो रहा
4. दिक्कत : बिजली विभाग के कर्मचारी काल तक नहीं उठाते
5. सुबह से बिजली गुल होने से आम दिनचर्या हो रही प्रभावित
6. पेयजल संकट होने से लोगों में आक्रोश तेजी से पनप रहा।