* गांवों में लगातार बिजली बंद होने की समस्या से सरकार के प्रति लोगों का टूट रहा मोह
* बार बार बिजली बंद होने से बल्ब हो रहे है खराब

ग्राउंड रिपोर्ट, संतोष श्रीवास पत्रकार मो 9098156126
बलौदा, जांजगीर चांपा। सरकार बदलते ही लोगों को उम्मीद थी कि पहले की तरह बिजली सुचारू रूप से मिलेगी। लेकिन उम्मीद पर पानी फिर गया है। नवापारा, चारपारा, महुदा, रामपुर, धनगांव, चगेरी सहित अनेक गांव के ग्रामीणों ने बताया कि बारह घंटे में कम से कम 15 बार लाइट बंद हो जाता है। कई दिन यह आंकड़ा और भी बढ़ जाता है। रात में बार बार बिजली बंद होने के कारण नींद पूरी नहीं हो पाता है। लोग बीमारी पड़ रहे है। अब ग्रामीणजन कहने को मजबूर हो चुके है कि *जब ले साय साय के सरकार आए हे, साय साय बिजली चले जात हे* । गांव के लोग मजबूरी में अपने घर नहीं छोड़ पा रहे है वहीं शहर से गांव में बिजली बंद की समस्या से अपने गांव नहीं जाना चाह रहे है।
गांव में जहरीले जीव जंतु का भय
ग्रामीण इलाकों में खेत खलिहान और नदी नाले होते है, जिसके आसपास जहरीले जीव जंतु पाए जाते है। रात के समय बिजली बंद होने पर जीव जंतु घरों की ओर अंधेरे में आ जाते है और किसी अनहोनी घटना को अंजाम दे देते है। गांव में लोग अक्सर जमीन पर ही सोते है और सर्प दंश का शिकार हो जाते है।
खपत कम होने के बावजूद कटौती ज्यादा
अभी बरसात में पर्याप्त पानी के होने कारण किसान टयूबवेल का उपयोग नहीं के बतौर कर रहे है, बरसात में बिजली खपत कम रहता है इसके बावजूद बिजली कटौती समझ से परे है।
क्या कहते है ग्रामीण
कभी भी बंद हो जाता है : धर्मेंद्र
नवापारा निवासी धर्मेंद्र श्रीवास ने कहा कि बिजली बंद की समस्या जब से बीजेपी की सरकार आई है तब से ज्यादा है। पहले कभी कभी बिजली बंद रहता था। अब तो स्थिति यह है हर घंटे दो से तीन बार बिजली बंद हो जाता है।
ध्यान नहीं देते जनप्रतिनिधि : योगेंद्र
महुदा निवासी योगेंद्र यादव ने कहा कि आजकल बरसात में बिजली ज्यादा बंद हो रहा है। शहर में कम होता है लेकिन गांव में कुछ ज्यादा ही बिजली बंद हो रहा है। कई बार नेताओं को इस बारे में बताया गया पर कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
नींद पूरा नहीं हो पाता : रामकुमार
रामपुर निवासी रामकुमार ने कहा कि अभी बिजली बंद की समस्या कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। बार बार बिजली बंद होने से नींद पूरा नहीं हो पा रहा है। बच्चे बीमार हो रहे है।
