कांकेर, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने सामूहिक आत्महत्या करने का प्रयास किया इस घटना में तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माता-पिता की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस संबंध में पुलिस ने बताया कि यह घटना परतापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत चंदनपुर के पी. व्ही. 70 शांतिनगर की है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, परिवार के सभी सदस्यों ने एक साथ जहर खा लिया। तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माता-पिता को गम्भीर हालत में सिविल अस्पताल पखांजूर में भर्ती कराया गया है।
जांच के बाद पता चलेगा जहरीला पदार्थ का सेवन किस कारण से किया गया
जानकारी के मुताबिक बैरागी परिवार के माता-पिता ने पहले अपने तीन बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाया, फिर स्वयं भी जहर का सेवन कर लिया। मृत बच्चों की पहचान वर्षा बैरागी (11 वर्ष), दीप्ति बैरागी (7 वर्ष) और देवराज बैरागी (5 वर्ष) के रूप में हुई है। घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं और मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल जहर खाने के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है और पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। माता-पिता के होश में आने के बाद ही पता चल पाएगा कि आख़िर किस कारण से ये कदम उनके द्वारा उठाया गया है बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
बताया जाता है कि कांकेर जिले में इस प्रकार की यह पहली घटना नहीं है। वर्ष 2022 में भी एक परिवार ने लॉज में सामूहिक आत्महत्या कर ली थी, जिसमें पति-पत्नी और उनके दो बच्चों की मौत हो गई थी। उस समय आर्थिक तंगी को आत्महत्या की वजह बनी थी।
आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दे अब और टालने योग्य नहीं
इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक सहयोग और आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दे अब और टालने योग्य नहीं है समझ में ऐसे परिवारों की पहचान कर उन्हें आर्थिक मदद देने की जरूरत है, यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि समाज के सामने एक गंभीर प्रश्न भी है कि आखिर ऐसा क्या हो जाता है कि माता-पिता अपने ही बच्चों की हत्या कर खुद भी जीवन समाप्त करने की कोशिश करते हैं ? इस पर चिंतन करना जरूरी है, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।