संतोष श्रीवास पत्रकार मो 9098156126
बिलासपुर। भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता संघ आल इंडिया लियाफी बिलासपुर मंडल के द्वारा आल इंडिया लियाफी के राष्ट्रिय नेत्रत्व के आह्वान पर अखिल भारतीय स्तर पर सम्पूर्ण देश के अभिकर्ता 18 नवम्बर को निगम प्रबंधन एवं बीमा नियामक प्राधिकरण द्वारा कमीशन की दरों में बदलाव और ( क्लॉ बैक ) दिए गए कमीशन को वापस लेने के प्रावधान जैसे लागू अन्य नियमो के विरोध में विश्राम दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिलासपुर में ब्रांच 1 में संभाग भर से अभिकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन कर आक्रोश व्यक्त किया।
1000 से अधिक लोग हुए शामिल
लिआफी बिलासपुर मंडल भी मंडल अध्यक्ष इमरान आलम जी के नेत्रत्व में 18 नवम्बर को LIC बिलासपुर मंडल कार्यालय के समक्ष प्रातः 10 बजे से शाम 4 बजे तक धरना एवं विश्राम दिवस का आयोजन किया गया, जिसमे बिलासपुर मंडल के अधीन समस्त शाखाओं के 100 महिला अभिकर्ताओ , मंडल सचिव संतोष साहू ,संगठन सचिव प्रीतम सिंग ,मंडल उपाध्यक्ष द्वय नितिन त्रपाठी, मो हारून रिजवी, मंडल संरक्षक ए श्रीनिवास सहित शाखा कोरबा-1 के अध्यक्ष नारायण साहू शाखा कोरबा-2 के अध्यक्ष गोपाल राठोर, शाखा बिलासपुर-2 के अध्यक्ष पी राम प्रसाद , शाखा बलोदा बाजार के अध्यक्ष ॐ प्रकाश मिश्रा , शाखा भाटा पारा के अध्यक्ष मनोज ठाकुर , शाखा तिल्दा के अध्यक्ष प्रभाकर मिश्रा शाखा पत्थलगांव के अध्यक्ष कृष्णा सिंग शाखा रायगढ़ के अध्यक्ष नरेश जायसवाल शाखा खरसिया के अध्यक्ष विकास शर्मा शाखा मुंगेली के अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल शाखा लोरमी के अध्यक्ष रवि राजपूत शाखा नैला के अध्यक्ष ब्रजेश अग्रवाल शाखा बिलासपुर-१ के अध्यक्ष हरबंश साहू एवं शाखा सी ए बी के अध्यक्ष राजेंद्र प्रजापति के नेतृत्व में लगभग 1000 अभिकर्ता शामिल हुए।
दो लाख सम एश्योर्ड से कम का नहीं हो रहा बीमा, गांव और गरीब लोगों के लिए हो रही समस्या
इस विश्राम दिवंस एवं धरना में मंडल एवं शाखा पदाधिकारी उपस्थित अभिकर्ताओ को LIC प्रबंधन एवं बीमा नियामक प्राधिकरण द्वारा लागू नियमो के विरोध में संगठन के द्वारा किये जा रहे विरोध को लेकर संबोधित करते हुए बताया कि बीमा उद्योग में अभिकर्ताओ के असर को कम करने के साथ साथ अभिकर्ताओ के कमीशन वापस लेना , कमीशन स्थगित करना तथा कमीशन में कटौती करने जैसे घातक प्रावधान शामिल है। साथ ही प्रचलित बीमा योजनाओं में अधिकतम आयु सीमा 50 बर्ष एवं एवं न्यूनतम बीमा धन 2 लाख रु किया गया है जिससे कि एक वर्ग विशेष इन योजनाओं का बीमा लेने से वंचित रह जाएगा।
क्लॉ बैक क्या है, जिसका जमकर हो रहा विरोध
इसी प्रकार अभिकर्ताओ के कमीशन की दरों में बदलाव और ( क्लॉ बैक ) दिए गए कमीशन को वापस लेने के प्रावधान किया गया है जबकि एक अभिकर्ता जिन्हें एलआईसी “निगम के स्तंभ, निगम के राजदूत” के रूप में पेश करती है। कमीशन की दरों में बदलाव के नाम पर हमारे कमीशन में कमी कर दी गई है। जबकि 1957 से लेकर आज तक कभी इस प्रकार का प्रावधान नही लाया गया है , नए प्रावधान के अनुसार पालिसी के समर्पण हेतु अवधि को कम करते हुए समर्पण मूल्य में वृद्धि कि जा रही है जिससे के निगम पर पालिसी के स्थिरता प्रभावित होगी जबकि बीमाधारक अपने परिवार के आर्थिक सुरक्षा हेतु बीमा का प्रस्ताव करता है। इस प्रकार नये नियम में अनेक घातक परिवर्तन का प्रावधान है जो अभिकर्ता एवं ग्राहकों के हित में नही है मंडल अध्यक्ष ने आगे कहा कि हम, एलआईसीआई के 14 लाख एजेंट, दृढ़ता से महसूस करते हैं कि निगम द्वारा उठाए गए उपरोक्त कदम एवं क्लॉ बैक क्लॉज एजेंटों के लिए बहुत ही हानिकारक हैं, क्योकि सम्मानित ग्राहक एवं अभिकर्ताओ के हित के विपरीत हुए फैसले के विरूद्ध प्रजातांत्रिक तरीके से हर स्तर पर संघर्ष करने को तैयार है।
सड़क से लेकर संसद तक होगा आंदोलन
अतः अखिल भारतीय जीवन बीमा अभिकर्ता महासंघ की कोर कमेटी की बैठक में “सड़क से लेकर संसद तक” संघर्ष करने का निर्णय लिया गया है । निगम प्रबंधन के द्वारा लागू किये गए नियमो के वापस न होने कि स्थिति में केन्द्रीय कार्यालय मुंबई तथा संसद के समक्ष धरना प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर से लेकर क्षेत्रीय एवं मंडल स्तर लगातार बैठक लेकर भविष्य की कि योजना पर रणनीति बनायी जा रही है। इस अवसर पर हजारों की संख्या में lic एजेंट मौजूद रहे।