उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव 29 जुलाई को 4 नवगठित नगर पालिकाओं में ’’मोर संगवारी’’ योजना का करेंगे विस्तार
मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, पंडरिया और लोरमी में मिलेगा ’’मोर संगवारी’’ योजना का लाभ
संतोष श्रीवास पत्रकार मो. 9098156126
रायपुर। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव 29 जुलाई को राज्य की चार नवगठित नगर पालिकाओं मंदिर हसौद, बांकी मोंगरा, लोरमी और पंडरिया में “मोर संगवारी” योजना का विस्तार करेंगे। वे इस दिन लोरमी के मानस मंच में आयोजित कार्यक्रम में चारों नई नगर पालिकाओं में योजना का शुभारंभ करेंगे।
’’मोर संगवारी’’ अपांइटमेंट मोबाइल एप भी होगा लॉन्च
शहरी नागरिकों की सुविधाएं बढ़ाने कार्यक्रम में ’’मोर संगवारी’’ अपांइटमेंट मोबाइल एप भी लॉन्च किया जाएगा। ’’मोर संगवारी’’ सेवा के अंतर्गत नागरिकों के लिए चैट बोट की सुविधा वाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही तत्काल अपांइटमेंट लिए जाने और मुहैया कराई जा रही सेवाओं के लिए आवश्यक दस्तावेज संबंधी सभी जानकारियां भी प्रदान की जाएगी। शासकीय कार्यालयों से नागरिक सेवाएं घरों तक पहुंचाने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत की परिकल्पना को साकार करने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के मार्गदर्शन में चरणबद्ध रूप से “मोर संगवारी” योजना का विस्तार किया जा रहा है।
’’मोर संगवारी’’ से घर बैठे मिलेंगे 27 प्रकार की सुविधा
राज्य शहरी विकास अभिकरण (सूडा) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री शशांक पाण्डेय ने बताया कि आमजनों तक शासकीय सेवाओं का लाभ आसानी से पहुंचाने के लिए राज्य में ’’मोर संगवारी’’ योजना संचालित की जा रही है। इसमें 27 तरह की सेवाएं नागरिकों को बिना किसी व्यवधान और कार्यालय जाए बिना उपलब्ध कराई जा रही है। सरकारी दस्तावेज बनवाने की यह घर पहुंच सेवा वर्तमान में प्रदेश के सभी 14 नगर निगमों, 44 नगर पालिकाओं तथा दो नगर पंचायतों अंबागढ़ चौकी और गौरेला में संचालित की जा रही है। ’’मोर संगवारी’’ के अंतर्गत विभिन्न विभागों की 27 प्रकार की शासकीय सेवाएं जैसे राशन कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड इत्यादि सेवाओं के लिए टोल-फ्री नंबर 14545 जारी किया गया है। ये सेवाएं सभी कार्य दिवसों में प्रातः आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक संचालित की जा रही हैं।
बिलासपुर की बात
@ईडी का भय दिखाकर 53 लाख की धोखाधड़ी
सिविल लाइन क्षेत्र के अज्ञेय नगर में रहने वाले जयसिंह चंदेल रिटायर्ड अधिकारी हैं उनके मोबाइल पर अनजान नंबर से कॉल आया और पॉर्न वीडियो अपलोड करने की बात कही साथ ही fir की कॉपी भेजी इसमें दर्ज मोबाइल नंबर रिटायर्ड अधिकारी का नहीं था। साथी जल साजन उनके आधार कार्ड नंबर भी बताया। जलसा जुनी मामले की जांच मुंबई पुलिस द्वारा करने की बात कही उसी दिन शाम को दूसरे नंबर से फिर कॉल आया कॉल करने वालों ने खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताया उसने एक व्यक्ति के घर से 274 एटीएम बराबर होने की बात कही। इसमें से एक एटीएम रिटायर्ड अधिकारी के होने की जानकारी दी। जब अधिकारी ने बैंक में अपना अकाउंट ही नहीं होने की बात कही तो एड की जांच में मामला साफ होने की बात करते हुए फोन काट दिया इसके बाद उनके मोबाइल पर 2 जुलाई को फिर कल आया इसमें मामला सुप्रीम कोर्ट में होने की जानकारी दी गई साथ ही जांच के लिए उनसे एक अकाउंट में सारे रुपए जमा करने के लिए कहा गया। ईडी और सुप्रीम कोर्ट के फर्जी आदेश को दिखाकर उनसे 14 लाख ₹30,000 जमा कर दिए गए। दूसरे दिन उन्हें कहा गया बताया गया कि वह आरोपित नहीं है। जांच से बचने के लिए उन्हें म्युचुअल फंड का की भी जांच करनी करने कहा गया , साथ ही उसके रुपए खाते में जमा कर देने का आश्वासन दिया गया। उन्हें म्युचुअल फंड की जांच करने के लिए 35 लख रुपए जमा करने कहा गया। जालसाजों के झांसे में आए के अधिकारी ने बताये खाते में रुपए जमा कर दिए। 13 जुलाई को व्हाट्सएप पर कॉल करके रुपए की जांच पूरा हो जाने की बात कही गई साथ ही उनके रुपए आरबीआई के निर्देश पर बैंक खाते में जल्द जमा कर देने की जानकारी दी गई साथ ही 10 लाख रुपए सिक्योरिटी डिपॉजिट करने कहा गया। जब रिटायर्ड अधिकारी ने अपने रुपए वापस मांगे तो उन पर रुपए जमा करने के लिए दबाव बनाया। दबाव में आकर अधिकारी ने उधारी लेकर 5 लाख रुपए जमा कराया। इसके बाद जालसाजों ने उनका कल उठना बंद कर दिया। रिटायर्ड अधिकारी ने पूरे मामले की जानकारी अपने बेटे को दी उसके बाद उन्होंने मामले के शिकायत पुलिस से की। शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच के बाद रेंज साइबर थाने में जुर्म दर्ज कर लिया है। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
@ बिजौर स्कूल में बड़ा हादसा टला
बिल्हा शिक्षा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले प्राथमिक शाला बिजौरी की छत का प्लास्टर गिर गया, हालांकि प्लास्टर जिस वक्त गिरा उस वक्त बच्चे मैदान में प्रार्थना कर रहे थे। अप्रैल में भी इस स्कूल के स्टाफ रूम की छत से प्लास्टर गिरने की जानकारी सामने आई थी जिसके बाद करीब 2 लाख रुपए की लागत से इसका मरम्मत किया गया था इसके बाद भी हुए इस हादसे में फिर शिक्षा विभाग लापरवाही और मरम्मत कार्य की लीपापोती को उजागर कर दिया है। शनिवार को हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही वार्ड पार्षद, सीएसी और शाला प्रबंधन समिति सदस्य मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया। साथ ही मरम्मत के लिए कहा गया।