श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आज होगा समापन
संतोष श्रीवास पत्रकार मो 9098156126
बिलासपुर। भगवान श्रीकृष्ण की प्रत्येक लीला भक्तो को आनंद तथा शिक्षा प्रदान करने वाली है। वही भगवान श्रीराम का चरित्र समस्त व्यक्तियो के लिए अनुकरणीय है। योगेश्वर श्रीकृष्ण की समस्त लीलाए तथा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम का प्रत्येक चरित्र समसामयिक सार्वकालिक व सार्वभौमिक है। श्रीकृष्ण ने पूतना , सकटासुर, तृणावर्त, वत्सासुर बकासुर अघासुर अरिष्टासुर केशीसुर चाणूर मुष्टिक कंस शिशुपाल दंतवक्र कालयवन जैसे आसुरी प्रवृत्तियो का विनाश कर संसार मे धर्म की स्थापना की। इनकी समस्त बाललीला माखनचोरी, चीरहरण बांसुरी वादन रासलीला समस्त भक्तो के लिए आनंद व ज्ञान वर्धक है। श्रीकृष्ण ने जल से काली फल से धेनुकासुर व थल से दुर्योधन, दुशासन, जयद्रथ, जरासंध, जैसे आततायियो का वध कर जल, फल,व थल को आतंकमुक्त करने का कार्य किया।श्रीराम की सम्पूर्ण वनयात्रा भारतीय संस्कृति सभ्यता मानवता और सनातन धर्म के सवर्धन, संरक्षण तथा उत्थान पर आधारित था। विश्व योगेश्वर श्रीकृष्ण की लीला के साथ ही साथ उनके द्वारा कुरूक्षेत्र के मैदान मे अर्जुन के माध्यम से सात सौ श्लोक मे सम्पूर्ण संसार को कर्मयोग भक्तियोग व ज्ञान योग से युक्त दी गयी भगवत गीता जैसे सर्वोत्कृष्ट ग्रन्थ के लिए सदैव कृतज्ञ रहेगा। यह विचार हरनारायण श्रीमति निर्मला श्रीवास, सत्यप्रकाश संजीता श्रीवास एवम विवेक कविता श्रीवास के द्वारा संभागीय श्रीवास धर्मशाला मंगला चौक बिलासपुर मे आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथावाचक आचार्य पंडित डॉक्टर सत्यनारायण तिवारी हिमान्शु महाराज ने व्यक्त किए। इस अवसर पर प्रतिदिन प्रसंगानुसार दिव्य झांकी का प्रदर्शन भी किया गया।
उक्त कार्यक्रम मे बेलतरा विधायक सुशान्त शुक्ला,धर्मेश यादव,,डॉक्टर राम अग्रवाल, गौतम साहू, चतुर्भुज गुप्ता रामप्यारे साहु श्याम साहु प्रमोद श्रीवास शिवकुमार श्रीवास योगेश श्रीवास शुभम श्रीवास राधेश्याम केशरवानी विपिन सापरिया उमेश ठाकुर, पंडित कृष्ण कुमार दुबे पंडित नीरज तिवारी, मुकेश शर्मा विजय तिवारी बुधराम यादव, डाक्टर मंतराम यादव, संभागीय पदाधिकारी अध्यक्ष सुरेन्द्र श्रीवास, सचिव चन्द्रमणि श्रीवास , कोषाध्यक्ष संतोष श्रीवास, सह सचिव सुमित श्रीवास, सह कोषाध्यक्ष बसंत श्रीवास, केश शिल्पी बोर्ड के उपाध्यक्ष चित्रकांत श्रीवास, साहित्यकार डा, मंतराम यादव, गौतम साहू, बी एल श्रीवास, श्रीमती शकुंतला श्रीवास, अशोक यादव, पुरुषोत्तम श्रीवास, दीपक, विनोद श्रीवास, संजू, रमेश श्रीवास, चतुर्भुज पाण्डेय महेन्द्र साहू, गोपाल पाण्डेय, सीताराम श्रीवास, शिवकुमार श्रीवास छेमकरण श्रीवास, पदमा श्रीवास, गायत्री श्रीवास, प्रमोद श्रीवास, मिथिलेश श्रीवास, शिव श्रीवास, गायत्री श्रीवास,शीतल, हिलेष, लक्ष्मी, विनय, आंचल श्रीवास, मुस्कान श्रीवास, पूर्वी श्रीवास, अमन श्रीवास, जय श्रीवास, जया श्रीवास, मेयन श्रीवास, शुभम श्रीवास, लोकेश श्रीवास सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।