तखतपुर विधायक का विधानसभा में दहाड़, पूछा-30 लाख की 3 सड़कें 2 साल में क्यों पूरी नहीं बन सकी..?

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स्पीकर रमन सिंह ने भी ली चुटकी, कहा 30 लाख की सड़क कैसी होती है?
मंत्री श्याम बिहारी ने दिए जांच के आदेश
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मौजूदा बजट सत्र में प्रश्न काल के दौरान तखतपुर इलाके में सड़क निर्माण  का मामला उठा। भाजपा के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने सवाल उठाया कि क्या डीएफ फंड की बंदर बांट हुई है.. और 30 लाख की 3 सड़कें 2 साल में क्यों पूरी नहीं बन सकी। जवाब में मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने सदन में ऐलान किया कि इस मामले की जांच कराएंगे । इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने भी चुटकी लेते हुए कहा पूछा कि 30 लाख में सड़क कैसे बनती है। तखतपुर के वरिष्ठ भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत यह सवाल पूछा था कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग की कुल कितनी सड़कें हैं । इन सड़कों में से कौन-कौन सी सड़क दिसंबर 2023 की स्थिति में कच्ची, जर्जर और गड्ढे युक्त हैं। कच्ची सड़कों को कब तक पक्का किया जाएगा और गड्ढे युक्त सड़कों की रिपेयरिंग का काम कब तक पूरा हो जाएगा। उप मुख्यमंत्री और पंचायत ग्रामीण विकास मंत्री विजय शर्मा की अनुपस्थिति में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने उनकी ओर से जवाब दिया। जिसमें बताया गया कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्रामीण यांत्रिकी सेवा द्वारा पिछले 10 साल में कुल 10 सड़कें बनाई गई है। इसके अलावा वर्तमान में तीन सड़कें निर्माणाधीन है। उन्होंने यह भी बताया कि दिसंबर 2023 की स्थिति में निर्मित कोई सड़क कच्ची, जर्जर या गड्ढे युक्त नहीं है।

विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि जवाब में आया है कि 10 साल में इन लोगों ने 10 सड़क बनाई है। अभी तीन सड़क का काम चल रहा है। इन तीन सड़कों के बारे में जानकारी दी गई है कि 2022-23 में डीएमएफ मद से इसके लिए 30-30 लाख रुपए की मंजूरी की गई है। ये तीन सड़कों का काम पिछले 2 साल में भी पूरा नहीं हो पाया । जवाब में यह भी बताया गया है कि इन अधूरी सड़कों में से मुरूम बिछाई कार्य पूर्ण हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है या सामग्री एकत्रीकरण का कार्य प्रगति पर है। साथ ही यह भी जानकारी दी गई है कि सड़क के काम की प्रगति को लेकर पिछले 29 सितंबर को  ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया है।

धर्मजीत सिंह ने कहा कि कुल मिलाकर इस जवाब से यह स्पष्ट दिखाई देता है कि डीएमएफ मद के पैसे को इस तरीके से दिया गया है। जवाब ही बता रहा है कि यह भयंकर अफ़रा-तफ़री  का माध्यम बना हुआ है। उन्होंने मंत्री से जानना चाहा कि ये तीनों सड़क की जांच मेरी उपस्थिति में अधिकारियों से कराएंगे क्या। जिससे जाकर देख सकें कि प्रॉब्लम क्या था….।  वहां क्या बनने वाला था और 2 साल में क्या नहीं बना। उन्होंने कहा कि 30 – 30 लाख की सड़क अगर 2 साल में नहीं बने तो बड़ी-बड़ी सड़क बनवाने के बारे में हम सोच भी नहीं सकते। उन्होंने कहा कि जवाब में यह बात भी आई है कि तखतपुर इलाके की कोई भी सड़क गड्ढा युक्त , कीचड़ युक्त या जर्जर नहीं है। इस तरह से सड़कों का क्लीयरेंस दे दिया गया। उन्होंने कहा कि क्या इन 10 सड़कों का भौतिक सत्यापन कराएंगे । उन्होंने कहा कि डीएमएफ मद के पैसे की बंदर बांट का आरोप लगता रहा है , उसमें इसी तरह का की मिली भगत होती रही है। इस पर मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि कार्यपालन यंत्री  स्तर के अधिकारी से इसकी जांच कराएंगे । वे जनप्रतिनिधियों से  सलाह मशविरा करके देखेंगे कि क्या दिक्कत है और इसे कैसे पूर्ण किया जाएगा।

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