तीन दिन में 15 हजार से अधिक पेड़ों का हो गया संहार …
आरिबाजों को सुरक्षा देने वाले अधिकारियों को ठूंठ ने ही दिया छांव और विश्राम …
अंबिकापुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में उदयपुर विकासखंड क्षेत्र में परसा ईस्ट केते बासेन कोल परियोजना के लिए हरे भरे लहलहाते 91 हेक्टेयर जंगल को मैदान में बदलने शुरू किए गए वृक्षों की कटाई से न सिर्फ वन वासियों बल्कि पर्यावरण प्रेमियों की भी छाती फट रही है। विगत दो दिनों में 10 हजार से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। पेड़ कटाई को सुरक्षा देने तैनात पुलिस अधिकारी थकान मिटाने पेड़ की छांव ढूंढते नजर आए और ठूंठ पर बैठ आराम किया। परसा, बासेन, हरिहरपुर, घाटबर्रा, फत्तेपुर क्षेत्र को पुलिस छावनी में बदलने के बाद वृक्षों की कटाई शुरू की गई। पर्यावरण प्रेमी पूरे छत्तीसगढ़ में वृहद आंदोलन की मांग कर रहे हैं।
सरकार बदलते ही पेड़ों पर आई सामत
सरकार बदलते ही पेड़ों के रक्षक भक्षक बन गए, पेड़ काटने वालों को पूरी सुरक्षा दी जा रही है, बड़े और विशालकाय पेड़ो को पलक झपकते ही ठूंठ में बदल दिया जा रहा है, कोल परियोजना के लिए योजनाबद्ध तरीके से जंगल का विनाश कर दिया गया। पर्यावरण प्रेमियों का कहना है कि जिस प्रकार जलियांवाला बाग में सामूहिक नरसंहार हुआ था, ठीक उसी प्रकार जीवनदायनी वृक्षों का भी सामूहिक संहार किया जा रहा है।
TS बाबा भी बैठे धरने पर
वृक्षों के सर्वनाश के खिलाफ हसदेव अरण्य बचाव संघर्ष समिति के बैनर तले ग्रामीणों के द्वारा आंदोलन किया जा रहा है। आज इस आंदोलन को पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव और कांग्रेस द्वारा समर्थन दिया गया। कांग्रेस जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता के साथ वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी धरना स्थल पर ग्रामीणों के साथ बैठे। पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव ने कहा है कि ग्रामीण जन एक राय होकर खदान के लिए जमीन देने से मना के देंगे तो दुनिया की कोई ताकत उनकी जमीन नहीं ले सकती।हम ग्रामीणों के निर्णय के साथ हैं। प्रशासन और पुलिस दबाव देकर खदान नहीं खुलवा सकते, बल पूर्वक दमन से विद्रोह उपजेगा। कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष मधु सिंह उदयपुर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष राजनाथ सिंह,अमेरा खदान आंदोलन से जुड़े रणविजय सिंह,धर्मेंद्र झरिया ने भी सम्बोधित किया। हसदेव अरण्य आंदोलन से जुड़े लोगों और ग्रामीण जनों ने भी अपनी बात रखी।
*डेढ़ सौ गाड़ियों का काफिला*
पूर्व मुख्यमंत्री टी एस सिंह देव के हसदेव अरण्य केशव समर्थन में आंदोलनकारी से मिलने जाने की खबर पर कांग्रेस पदाधिकारी कार्यकर्ताओं के साथ-साथ शहर वासी भी स्वत उम्र पड़े।सिंह देव की गाड़ी के पीछे-पीछे डेढ़ सौ से ज्यादा गाड़ियों का काफिला धरना स्थल पर पहुंचा। पेड़ कटाई निपट जाने के बाद आराम की मुद्रा में बैठे प्रशासन के लोग भीड़ देख अचंभित थे। आनन- फानन में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस बल तैनात किया गया। धरना स्थल के आसपास 200 से ज्यादा हथियारबंद जवान और पुलिस तथा जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।