कौन बनेगा सीजी का सीएम, फैसला कल, जानें, कौन त्रिमूर्ति करेगा इसका निर्णय

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कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में बीजेपी विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगेगी.

संतोष कुमार श्रीवास मो. 9098156126
बिलासपुर। बीजेपी विधायकों को बैठक में शामिल होने की सूचना भेज दी गई है।  विधायकों से रायशुमारी के बाद होगा मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री की दौड़ में आगे चल रहे चेहरे
छत्तीसगढ़ में सीएम पद को लेकर कई नामों पर चर्चा है. छत्तीसगढ़ में जिन नामों की चर्चा खूब रही है, वह है अरुण साव, विष्णुदेव साय, गोमती साय, रेणुका सिंह, डॉ. रमन सिंह, ओपी चौधरी और धरम लाल कौशिक हैं. इन सबके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और आरएसएस से जुड़े नेता डॉ. पूर्णेन्दु सक्सेना का नाम भी सीएम की दौड़ में शामिल हो गया है। अब बीजेपी आलाकमान ही तय करेगा कि इन सभी में से किसे सीएम की कुर्सी में बिठाया जाएगा.
बीजेपी के तीन प्रमुख राष्ट्रीय नेता जो सीजी में सीएम तय करेंगे उनमें अर्जुन मुंडा, सवार्नंद सोनोवाल, और दुष्यंत कुमार गौतम शामिल है। आइए जाने इन तीनों के बारे में संक्षिप्त जानकारी
अर्जुन मुंडा : केंद्र सरकार में जनजातीय मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाल रहे अर्जुन मुंडा को भाजपा ने छत्तीसगढ़ का पर्यवेक्षक बनाया है. अर्जुन मुंडा झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इनके नाम सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड है. 2003 में इन्होंने 35 वर्ष की आयु में मुख्यमंत्री का पद संभाला था. वे बिहार के दक्षिणी क्षेत्रों के आदिवासियों के लिए एक अलग राज्य बनाने की मांग की गई थी. 2009 के संसदीय चुनावों में मुंडा जमशेदपुर निर्वाचन क्षेत्र से 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए।
सवार्नंद सोनोवाल: केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी, जलमार्ग एवं आयुष मंत्री सवार्नंद सोनोवाल भी पर्यवेक्षकों के पैनल में शामिल हैं. सोनोवाल असम के पूर्व मुख्यमंत्री भी रहे हैं। इन्हें पूर्वोत्तर में भाजपा सरकार बनाने का अगुवा माना जाता है। सोनोवाल वर्ष 2012 और 2014 में दो बार असम भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रह चुके हैं. 2014 में संपन्न 16वें लोकसभा के चुनाव में वे लखीमपुर से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में निर्वाचित हुए। इसके बाद केंद्रीय मंत्रीमंडल में उन्हें खेल एवं युवा मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद दिया गया था. केंद्रीय खेल मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 26 मई 2014 से 23 मई 2016 तक रहा.
दुष्यंत कुमार गौतम : संगठन का लंबा अनुभव रखने वाले भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत कुमार को भी पार्टी ने पर्यवेक्षक का दायित्व सौंपा है. वे हरियाणा से राज्यसभा सांसद भी रहे हैं. दुष्यंत गौतम दिल्ली विधानसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं. छात्र राजनीति में सक्रिय रहे दुष्यंत गौतम अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और पढ़ाई खत्म करके मंडल अध्यक्ष बने. वहीं तीन बार वे भाजपा अनुसूचित मोर्चा के अध्यक्ष रहे.1997 में पहली बार जिला पार्षद का चुनाव लड़ा, जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था. अटल बिहारी वाजपेयी के आदर्श को अपनाकर दुष्यंत गौतम ने राजनीतिक जीवन में काम किया।
मप्र में तोमर का नाम सबसे आगे
केंद्रीय केबिनेट से इस्तीफ देने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर का नाम मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के दौड़ में पहले स्थान पर आ गया है। प्रहलाद पटेल को उपमुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।
तीनों राज्यों में से किसी एक में महिला सीएम तय
केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में महिलाओं की भागीदारी एवं प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए राजस्थान, मप्र या छत्तीसगढ़ में से किसी एक जगह पर महिला सीएम बनाना तय माना जा रहा है।
पूर्व मंत्री जयसिंह ने हार का ठीकरा भूपेश पर फोड़ा
कोरबा विधानसभा समेत प्रदेश भर में हुई कांग्रेस की हार के बाद समीक्षा में पूर्व मंत्री जय सिंह ने बिना नाम लिए प्रदेश नेतृत्व पर हार का ठीकरा फोड़ा। उन्होंने षड्यंत्रपूर्वक कोरबा के विकास कार्य को रोकने की बात भी कही। उन्होंने अधिकारियों का नाम लेते हुए बताया कि एसपी अभिषेक मीणा, भोजराम पटेल, उदय किरण, कलेक्टर नाू साहू और संजीव झा ने माहौल खराब किया और कई विकास के कार्यों को रोक दिया जिससे कांग्रेस की छवि खराब हुई।
बृहस्पत सिंह का गंभीर आरोप
रामानुजगंज के कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह ने प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा और निर्वतमान उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने राहुल गांधी से शैलजा को हटाने की मांग भी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि शैलजा प्रभावशील नेताओं के हाथों बिक गई थी। टीएस पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें भाजपा की ओर से राज्यपाल बना देना चाहिए।
11वीं के छात्र ने फांसी लगा दी जान
रेलवे आफिसर्स कालोनी में रहने वाले चीफ जनरल मैनेजर सिग्नलिंग एवं टेलीकाम इरकान के 16 वर्षीय बेटे की लाश कमरे में फांसी के फंदे पर मिली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बताया कि इरकान के 16 वर्षीय पुत्र युवल कुमार जैन इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 11वीं का छात्र था। रात में युवल अपने माता और छोटे भाई के साथ खाना खाकर सोने चला गया। मां जब सुबह उसने जगाने कमरे में पहुंची तो बेटा फांसी के फंदे पर लटक रहा था। मां एवं छोटे भाई ने इसकी जानकारी आसपास के लोगों को दी।

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