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संतोष कुमार श्रीवास 9098156126
बिलासपुर। पहली बार भाजपा को इतना पूर्ण बहुमत पाने के लिए बाद भी मुख्यमंत्री बनाने पसीने छूट रहे है। कांग्रेस नीत (भारी प्रदर्शन, दिखावा और गुटबाजी) पहली बार बीजेपी में भी दिखाई देने लगा है। कोई तुरंत दिल्ली उड़ान भर रहा तो कोई समाज या अन्य माध्यमों से बड़े नेताओं पर दबाव बनाने लगे हुए है। 3 दिसंबर को परिणाम पक्ष में आने के बाद तीनों राज्यों में अभी तक मुख्यमंत्री का नाम फाइनल नहीं कर पाना बीजेपी के लिए यक्ष प्रश्न की तरह है। छग से अरूण साव, ओपी चौधरी और रेणुका सिंह के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह दिल्ली दौड़ लगातार लगा रहे है। बीजेपी में जान फूंकने वाले प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव सीएम की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा है। कांग्रेस शासन में मृत अवस्था में पड़े बीजेपी को संजीवनी देने का काम अरूण साव ने किया जिसका परिणाम सभी के सामने है। आम जनों की राय में अरूण साव को सबसे पहले सीएम का दावेदान माना जा रहा है। वहीं सरगुजा में 14 में से 14 सीटें भाजपा के पक्ष में चला गया है, जिसके कारण सरगुजावासी रेणुका सिंह को सीएम का चेहरा प्रोजेक्ट कर रही है। सरगुजा महराज टीएस बाबा भी इसका समर्थन कर चुके है। ओपी चौधरी प्रशासनिक दायित्व को छोड़कर राजनीति में आए है वहीं गृहमंत्री अमित शाह के रायगढ़ में चुनावी रैली की गई घोषणा से ओपी चौधरी भी चर्चा में आ चुके है। शांत और तीन बार के शासन चलाने में सफल रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह अपने राजनीतिक ओहदे और शांतचित स्वभाव के कारण कई विधायकों के अभी भी चेहते बने हुए और लोग उन्हें भी एक बार फिर सीएम बनाए जाने की मांग कर रहे है। छग में प्रमुख रूप से सीएम के चार चेहरे सामने आ रहे है जिसमें अरूण साव, रमन सिंह, रेणुका सिंह और ओपी चौधरी में से किसके सिर ताज पहनाया जायेगा इसका फैसला 8 दिसंबर याने कल हो सकता है। 10 दिसंबर को शपथ ग्रहण भी होने की संभावनाएं जताई जा रही है।
बिलासपुर को मिल सकती बड़ी जिम्मेदारी
पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल, वरिष्ठ नेता पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, तखतपुर से बड़ी जीत दर्ज करने वाले धर्मजीत सिंह को मंत्री पद मिल सकता है।
इनको भी मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णुदेव साय, रामविचार नेताम, रेणुका सिंह, ओपी चौधरी, गोमती साय, लता उसेंडी, पुन्नूलाल मोहले आदि शामिल है।
अरूण साव, गोमती साय ने दिया इस्तीफा
राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में जीतने वाले दस भाजपा सांसदों ने संसद से इस्तीफा दे दिया। छत्तीसगढ़ से प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरूण साव, रायगढ़ सांसद गोमती साय शामिल है।
लोकतंत्र में बहुत कुछ सीखा : अरूण
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने कहा कि संसद में उन्होंने लोकतंत्र की गहराईयों को समझते हुए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के मार्गदर्शन में जो सीखा है, वह छत्तीसगढ़ की जनता की सेवा और राज्य के सुशासनपूर्ण विकास के लिए अत्यंत सहयोगी साबित होगा। ज्ञात हो कि मोदी के बिलासपुर आगमन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मैं भी मोदी का अनुशरण करते हुए लगतार 18 घंटे प्रतिदिन काम करूंगा।
विश्वकप फाइनल की तरह हारें : टीएस
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार पर टीएस बाबा ने कहा कि भारतीय टीम ने भी सभी 10 मैच जीते लेकिन फाइनल हार गई ठीक इसी प्रकार हम भी हार गए। बस्तर और सरगुजा में कांग्रेस लीडर को अलग अलग देखने की जरूरत है।
भाजपा के 54 नए चेहरों में 36 ने जीता चुनाव
सरगुजा से भूलन सिंह मरावी प्रेमनगर, शकुंतला सिंह पोर्ते प्रतापपुर, राजेश अग्रवाल अंबिकापुर, रामकुमार टोप्पो सीतापुर, रायमुनी भगत जशपुर, गोमती साय पत्थलगांव शामिल है। दुर्ग संभाग से ललित चंद्राकर दुर्ग ग्रामीण, गजेंद्र यादव दुर्ग शहर, रिकेश सेन वैशालीनगर, ईश्वर साहू साजा, दीपेश साहू बेमेतरा, भावना बोहरा पंडरिया, विजय शर्मा कवर्धा है। रायपुर संभाग से चातुरी नंद महासमुंद, योगेश्वर राजू सिंहा महासमुंद, टंकराम वर्मा बलौदाबाजार, अनुज शर्मा धरसीवां, पुरंदर मिश्रा रायपुर उत्तर, गुरू खुशवंत साहेब आरंग वहीं बिलासपुर संभाग और बस्तर संभाग से विद्यावती सिदार लैलूंगा, प्रेमचंद पटेल कटघोरा, सुशांत शुक्ला बेलतरा, आशा राम नेताम कांकेर, नीलकंठ नेताम केशकाल, किरण देव जगदलपुर, विनायक गोयल चित्रकोट और चैतराम अटामी दंतेवाड़ा ने जीत दर्ज किया है।
अन्य महत्वपूर्ण खबरें
कोनी क्षेत्र से अलग-अलग निकली पांच नाबलिग बच्ची रायपुर में मिल गई है। घर वाले और पुलिस ने राहत की सांस ली।
सरकार बदलने के साथ पुलिस के तेवर भी गर्म हो चुके है। बिलासपुर सहित पूरे संभाग में अवैध रूप से चल रहे चखना सेंटरों को हटाया जा रहा है। लोगों में खुशी का माहौल बन गया है। वहीं अवैध रूप से चखना चलाने वाले रसूखदार नेता और कुछ कांग्रेसी अभी कुछ दिन तक जमींदोज हो जाएंगे।
बैमौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में भीगी फसल से किसान चिंतित है तो धान खरीदी केंद्रों के नेता मालामाल होने के सपने देखने शुरू कर दिए है। धान खरीदी केंद्रों में हजारों क्विंटल धान खुले में पड़े हुए है। मौसम विभाग के अनुसार अभी तीन से चार दिनों तक मौसम में नमी बरकरार रहेगी और कही कही पर हल्की से मध्यम बारिश भी होते रहेगी। ऐसे में किसानों को भी राहत मिलने की संभावना कम ही दिख रही है।
अब हर सोमवार को कलेक्टर का जनदर्शन रहेगा। राज्य में सत्ता पर भाजपा की वापसी के बाद प्रशासनिक कामकाज में कसावट के साथ ही बदाव भी दिखाई देने लगा है। कलेक्टोरेट में अब मंगलवार के बजाय सप्ताह के पहले दिन सोमवार को टीएल की मीटिंग व उसके बाद जनदश्रन होगा। जन सामान्य को इससे बहुत फायदा होने की संभावना है।