संतोष कुमार श्रीवास मो 9098156126
बिलासपुर। सहारा इंडिया ग्रुप के निवेशकों ने हाईकोर्ट में आवेदन लगाकर अपनी फंसी हुई रकम की ब्याज सहित वापसी के लिए केंद्र सरकार से गारंटी दिलाने की गुहार लगाई है। ज्ञात हो कि लगभग छः माह पहले केंद्र सरकार द्वारा कुछ पैसे वापसी दिलाने का भरोसा दिलाया गया था जिसका आवेदन ऑनलाइन निवेशकों द्वारा किया गया है। हाईकोर्ट में लगभग 50 से अधिक याचिका लगाई गई है, जिनकी एक साथ सुनवाई हो रही है। प्रदेशभर के जिला न्यायालयों में भी सहारा के खिलाफ 450 याचिकाएं पहले से ही लगाई गई है।
सहारा प्रमुख की मृत्यु के बाद बड़ गई चिंताएं
सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत राय की मृत्यु के बाद याचिकाकर्ता के सामने संशय की स्थिति बनने लगी है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता डॉ.काले का कहना है कि सहारा इंडिया समूह की ओर से सहारा प्रमुख की मृत्यु के संबंध में हाई कोर्ट के समक्ष कोई दस्तावेज पेश नहीं किया गया है। इससे यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि याचिका में प्रमुख पक्षकार कौन बनेंगे।
छत्तीसगढ़ से ही फंसे है पांच हजार करोड़ रुपए
प्रदेश भर के निवेशकों ने सहारा में लगभग पांच हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया है। रकम नहीं निकल पाने से परेशान होकर पांच निवेशकों ने आत्महत्या भी कर चुके है।
आकर्षक ब्याज के लालच में फंसे थे लोग
याचिका कर्ताओं ने बताया की अधिकारियों और अभिकर्तायों ने निवेश के बदले आकर्षक ब्याज देने और अन्य आकर्षक उपहार देने का वादा भी किया था। गाढ़ी कमाई का बड़ा हिस्सा सहारा समूह की योजनाओं में जमा करने के बाद काम के समय सहारा ने बेसहारा कर दिया है।
केंद्र सरकार ओर सभी की नजरें
निवेशकों को अब केंद्र सरकार की ओर आस लगाने के अलावे कुछ और नहीं सूझ रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मोदी सरकार से निवेशक आस लगाए बैठे है कि कही उनको कुछ भी राशि मिल जाए। गृहमंत्री अमित शाह ने कुछ दिनो पूर्व राशि मिलने का संकेत दिया था, लेकिन आज तक कुछ विशेष नहीं हो पाया है। जिस कारण लोग हाईकोर्ट की शरण में गए है।