बिलासपुर। लुतरा शरीफ दरगाह में 65 वें सालाना उर्स के दूसरे दिन 12:40 बजे हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की मज़ारे पाक को दरगाह के खादिमों ने गुलाब जल से ग़ुस्ल दिया गया। इसके बाद खादिम मोहम्मद उस्मान खान ने सलातो-सलाम और शिज़रा पढ़ी। कारी डॉ. शब्बीर अहमद ने उर्स में शामिल होने आए हुए सभी जायरीनों के लिए दुआ मांगी। शाम 5 बजे पुराने दरबार मे दरबारी कव्वाल खादिम याशीन शोला और उनके साथियों ने सूफियाना कव्वाली प्रस्तुत किया इसके बाद वहां से संदल चादर निकाली गई जो बस्ती का गस्त करता हुआ हजरत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह की दरगाह में चढ़ाई गई। रात 9 बजे उ.प्र. के सुल्तानपुर से आये जामे अरबिया मदरसा के प्रिंसिपल मोहम्मद अहमद वारसी ने तकरीर किया उन्होंने अपने बयान में वलियों को अल्लाह का दोस्त बताया।
कौम के मरहूम खिदमतगारों के परिजन हुए सम्मानित
उर्स प्रबंधन समिति द्वारा पहली बार आयोजित सम्मान कार्यक्रम में प्रदेश भर आए 55 उन मरहुमो के परिवारों को “शान-ए-मिल्लत” स्मृति चिन्ह और शॉल से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उर्स प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सैय्यद फैसल रिज़्वी (सीनियर एडवोकेट) एवं छ.ग. राज्य वक्फ़ बोर्ड के सदस्य थे। अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार रुद्र अवस्थी, विशिष्ठ अतिथि छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के कार्यपालन अभियंता एम के नरेटी,जनपद सभापति नूर मोहम्मद, जनपद सभापति प्रतिनिधि लक्ष्मी साहू, सरपंच प्रतिनिधि संतोष गंधर्व रहे। अतिथियों को उर्स प्रबंधन समिति एवं दरगाह के खादिमों ने निशान-ए-लुतरा से सम्मानित किया।
उर्दू के कई शायर करेंगे शिरकत
सालाना उर्स के तीसरे दिन शुक्रवार की रात 9 बजे नातिया मुशायरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में उर्दू जुबान के कई मशहूर शायर शिरकत करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से जीशान मथुरावी, मुमताज रजा टांडा,साहिर रजा कलकत्त्वी, जमजम व कौशर कलकत्तवी तथा जैनुल आबेदीन कानपुरी अपने-अपने अंदाज में खूबसूरत शायरी प्रस्तुत करेंगे।