नई सोच और नई दिशा देने किया राजनीति में प्रवेश
संतोष कुमार श्रीवास 9098156126
बिलासपुर। 15 वर्षों से विधायक रहे, भाजपा के दिग्गज नेता अमर अग्रवाल को हराने वाले शैलेष पांडेय जिन्होंने शिक्षा जगत से राजनीति में केवल इसलिए आने का मन बनाया ताकि राजनीति के माध्यम से कुछ अच्छा किया जा सके। मिलनसार व्यक्तित्व और सर्व धर्म सम्भाव को अपनी दिनचर्या में शामिल करने वाले बिलासपुर के वर्तमान विधायक और सीवी रमन के पूर्व कुलपति शैलेष पांडेय ने एक संक्षिप्त चर्चा में बताया कि उन्हें राजनीति में आने का कोई शौक नहीं था, वे शिक्षा के क्षेत्र में ही अलख जगाना चाहते थे। परंतु गंदी राजनीति को समाप्त करने, सभी समाजों को राजनीति में प्रतिनिधित्व दिलाने और कई वर्षों से उपेक्षित विकास को गति देने के लिए राजनीति में प्रवेश करना ही बेहतर समझा। बिलासपुर की जनता ने उन्हें हाथोंहाथ लिया और भारी मतों से विजयी हुए थे। इस बार भी वे आत्मविश्वास के साथ मैदान में है। उनका मुकाबला भाजपा के कद्दावर नेता अमर अग्रवाल से ही है।
कुछ लोग कर रहे हैं धर्म की आड़ में बदनाम करने की राजनीति
मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। मेरा स्वभाव शुरू से ही रहा है मैं अपने से बड़ों का सम्मान करता हूं। चाहे वह किसी भी जाति, धर्म से हो। कुछ लोग बदनाम करने के लिए भ्रम फैला रहे है। धर्म की राजनीति करने वाले लोग एक दूसरे को भड़का कर राजनीतिक लाभ लेना चाहते है पर जनता जान चुकी है। हमने 5 साल में किसी भी धर्म के लोगों को नीचा दिखाने का प्रयास नहीं किया है और न ही करेंगे। सर्व धर्म संभाव से ही सभी समाजों को साथ लेकर विकास के लिए काम किया है। जिसका परिणाम आगामी चुनाव में देखने को मिलेगा।
पिछले 15 वर्षों की तुलना 5 वर्ष से कार्यकाल से करें
हम विकास के मुद्दे पर लोगों के पास जा रहे है। कांग्रेस की प्रदेश सरकार ने किसानों, युवाओं, गांव, गरीब के ऊपर काम किया है। बासी बोरे से लेकर सी मार्ट तक सभी क्षेत्रों में छत्तीसगढ़िया संस्कृति को जीवित रखने का प्रयास किया है। जिसका फायदा इस बार कांग्रेस को मिल रहा है। बिलासपुर विधानसभा में पिछले 15 वर्षों में कोई काम नहीं हुआ था, जिसे हम उपब्धि मानें, लेकिन हमारी 5 वर्ष की सरकार ने बिलासपुर विधानसभा सहित पूरे प्रदेश में उत्कृष्ट कार्य किया।
सभी समाज को मिला तवज्जो
मेरे पांच साल के कार्यकाल में मैंने सभी समाज के लिए सरकार के माध्यम से योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया। समाज के लिए पहली प्राथमिकता जमीन, भवन, पानी की समुचित सुविधाओं के ऊपर फोकस कर पूरे विधानसभा में आने वाले सभी समाज को यह सुविधा दिलाने प्रयास किया। जिसका परिणाम यह है कि आज सभी समाज खुश नजर आ रहे है।
कार्य को मूर्त रूप देने के कई तरीके है
कांग्रेस द्वारा उपेक्षा किए जाने के एक प्रश्न के जवाब में शैलेश पांडेय ने कहा कि मेरी कोई उपेक्षा नहीं हुई है। सभी का कार्य करने का तरीका अलग अलग होता है। हमने अपने तरीके से शहर के विकास को मूर्त रूप देने का प्रयास किया। मैंने राजनीति में आने से पहले ठान लिया था कि मुझे वर्षों से बंद पड़े विकास कार्य को करके दिखाना है। मन में इच्छा थी कि बिलासपुर शहर को व्यवस्थित तरीके से पानी, बिजली, रोड और विशेषकर अरपा प्रोजेक्ट को प्रारंभ करवा सकूं।
पहली बार हुआ लबालब पानी में दुर्गा विसर्जन
आज दुर्गा विसर्जन में बहुत अच्छा लगा कि भोजली विसर्जन घाट शनिचरी में बन रहे बैराज से पानी भरा गया और मां दुर्गा का विसर्जन अच्छे तरीके से लोग कर पाए। शिवघाट सरकंडा के पास बन रहे एक और बैराज से शहर में पानी पर्याप्त मात्रा में स्टोर हो जाएगा। शहर के गिरते जल स्तर को रोकने के लिए यह काम कई पीढ़ी तक लोगों को फायदा पहुंचेगा।
अरपा किनारे मार्ग बन जाने से ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति
अरपा के दोनों ओर बन रहे रोड से शहर की ट्रैफिक जाम की समस्या से मुक्ति मिल जाएगी। सीवरेज योजना से खोदापुर के नाम पर शहर को धूल धक्कड़ का शहर बना दिया गया था। अमृत मिशन केवल कागजों में दौड़ रही थी, जिसे आज मूर्त रूप दिया गया है। आज शहर स्वच्छ शहर बन चुका है। अरपा प्रोजेक्टर का भी यही हाल था, 15 सालों तक अरपा प्रोजेक्टर के नाम पर एक पत्थर भी नहीं रखे गए थे। आज दो बैराज आपके सामने लगभग बनकर तैयार हो चुका है। स्वामी आत्मानंद विद्यालय, महाविद्यालय बिलासपुर में अधिक से अधिक संख्या में खोला गया है। जिससे शिक्षा के स्तर में भी सुधार आया है।
बुझने लगी हो आँखे तेरी, चाहे थमती हो रफ़्तार, उखड़ रही हो साँसे तेरी, दिल करता हो चित्कार।
दोष विधाता को ना देना, मन में रखना तू ये आस, ‘रण विजयी” बनता वही, जिसके पास हो ”आत्मविश्वास”