संतोष कुमार श्रीवास 9098156126
बिलासपुर। कल 21 अक्टूबर को नवरात्रि का सातवां दिन है जो मां कालरात्रि को समर्पित है। शुभ फल की प्राप्ति के लिए श्रद्धालु जन सुबह से ही माता के दरबार में पहुंचेंगे। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करने के लिए जानी जाती हैं, इसलिए इनका नाम कालरात्रि है। साथ ही ये देवी अपने भक्तों को सदैव शुभ फल प्रदान करती हैं। इस कारण इन्हें शुभंकरी भी कहा जाता है। मां दुर्गा की सातवीं स्वरूप मां कालरात्रि तीन नेत्रों वाली देवी हैं। मां कालरात्रि की पूजा-आराधना से भय और रोग का नाश होता है। साथ ही भूत प्रेत, अकाल मृत्यु, रोग, शोक आदि सभी प्रकार की परेशानियां भी समाप्त हो जाती हैं। बिलासपुर में आज से जगह जगह भव्य देवी प्रतिमा, पंडाल, झांकी के साथ साथ आकर्षक लाइटिंग देखने लोगो का हुजूम उमड़ पड़ेगा। इसी के साथ काली मंदिर तिफरा, मां महामाया मंदिर और मां वैष्णव मंदिर बैमा नगोई, वनदेवी मंदिर खमतराई, मावली माता बिरकोना, मां मरही माता भनवारटक आदि जगहों पर भारी भीड़ रहेगी। मां महामाया मंदिर रतनपुर में सुबह से रातभर भीड़ रहेगी। बिलासपुर से शाम को पदयात्रियों का जत्था निकलेगा। जगह जगह भोग भंडारे और दानदाताओ का खुले हस्त से प्रसाद वितरित करना बिलासपुर की पहचान बन गई है।